क्या आपके भी सुबह उठने के बाद एड़ियों में दर्द (Heel pain)होता है एड़ी में होने वाला दर्द यह रोग तब विकसित होता है जब शरीर के वजन में अचानक वृद्धि से एड़ी पर बहुत अधिक भार पड़ता है कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिन्हें अक्सर महसूस किया जाता है लेकिन हमारे दैनिक जीवन में अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। जैसे ही हम सुबह उठते हैं, यह हमारे दैनिक कार्यों और स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
“प्लांटर फैस्कीटिस” एड़ी की सबसे आम बीमारियों में से एक है। ‘प्लांटर फेशिया’ हमारी एड़ी में पाया जाने वाला एक प्रकार का मोटा ‘लिगामेंट’ (ligament) होता है। ‘प्लांटर फेशिया’ पैर के तलवे के सामने एड़ी से जुड़ा होता है, जो पैर को एक आर्च देता है और चलने में सहायता करता है।प्लांटर फैस्कीटिस एड़ी क्षेत्र में एक सूजन दर्द है।
प्लांटार फैसीसाइटिस के कई कारण हैं। कुछ लोग इस एड़ियों में दर्द (heel pain) को बहुत हल्का अनुभव करते हैं जबकि अन्य इसे अधिक गंभीर रूप से अनुभव करते हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार, हर दस में से एक व्यक्ति “प्लांटर फैस्कीटिस” से पीड़ित होता है। हालांकि यह बीमारी ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन समय पर इलाज न होने पर यह इसकी तकलीफ को बढ़ा सकती है।
एड़ी में दर्द के प्रमुख कारण (Causes Of Heel Pain in Hindi)
एड़ी का दर्द मुख्य रूप से लंबे समय तक बिना हिले-डुले पैरों पर अचानक से भार पड़ने के कारण होता है। इसका मुख्य कारण मोटापा है। मोटापा इस बीमारी के विकसित होने की अधिक संभावना है। है।यह रोग तब विकसित होता है जब शरीर के वजन में अचानक वृद्धि से एड़ी पर बहुत अधिक भार पड़ता है और एड़ी में दर्द (Heel Pain) होने लगतागर्भावस्था के दौरान
गर्भवती महिलाओं का वजन बहुत ही कम समय में बढ़ जाता है। इसलिए कई महिलाओं को यह समस्या गर्भावस्था के दौरान भी महसूस होती है।उम्र – 40 से 70 साल के बीच के लोग इस समस्या को ज्यादा अनुभव करते हैl ये एड़ी दर्द लंबे समय तक खड़े रहने, लंबी दूरी तक दौड़ने/चलने और विशेष रूप से मैराथन धावकों में, पैरों को आराम दिए बिना हमेशा चलने या लंबे समय तक खड़े रहने के कारण होता है।
निष्कर्ष :
इस बीमारी में रोगी की शारीरिक जांच और चिकित्सीय इतिहास के आधार पर निदान किया जाता है। शारीरिक जांच के दौरान डॉक्टर एड़ी के प्रभावित हिस्से की जांच करते हैं और उसके अनुसार इलाज करते हैं। फिजिकल थेरेपी में डॉक्टर कुछ खास तरह के व्यायाम सुझाते हैं। इसलिये इस दर्द का डॉक्टर से मिलके इलाज करना उचित है l
डॉ। चेतन ओसवाल एक पैर और टखने (Foot and Ankle Surgeon) के सर्जन हैं। उन्होंने इसके लिए यूनाइटेड किंगडम से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। पुणे के बहुत प्रसिद्ध बी.जे. उन्होंने मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है। वह पिछले 12 वर्षों से आर्थोपेडिक्स (Orthopedics) का अभ्यास कर रहे हैं और अब पुणे में एक समर्पित पैर और टखने (Foot and Ankle Orthopedics Surgeon)के हड्डी रोग सर्जन के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने पैर और टखने से संबंधित सभी समस्याओं के लिए प्रसिद्ध एथलीटों का भी सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया है। डॉ. चेतन ओसवाल ने अपने रोगियों को सभी चिकित्सा ज्ञान और विशेषज्ञता के साथ इलाज करने का आश्वासन दिया।